Tuesday, May 5, 2009

बॉस की बेटी


Last month एक दीन मेरे बॉस ने मुज़े और मेरे wife को dinner पे उसके घर invite कीया.हम लोग उस्दीन उसके घर पर गए.उसके फमिली मे उसकी विफे ,वोह ,और उसकी एक बेटी है. उसकी बेटी कॉलेज मे पढती है. उस दीन हम लोग उसकी
फमिली से काफी घुल मील गए. उअसने मुज़े बताया की उसकी बेटी physics subject मे काफी कमजोर है.

मैं खुद physics का masters हू तो उसने मुज़े request कीया की कया मैं उसकी बेटी को physics पढ सकता हूँ. मैंने उसको हाँ कर दी even मेरी wife भी insist कराने लगी की मैं उसको physics पधाऊ.फिर मैंने उसको बताया की तुम मेरे घर सैट.सन्डे आया करो.मई एक software co. मे काम करता हूँ और मुज़े सैट. सन्डे holiday होता है.उसने हाँ कर दी.फीर वोह saturday मेरे घर पर आ गयी. मैं घर पर अकेला ही था क्यों की मेरी wife भी जॉब कराती है और उसे सिर्फ सन्डे छुट्टी होती है.फीर मैंने उसे मेरे पास वाले चीर पर भिठाकर उसे मैं physics पडाने लगा. काफी देर तक मैं उसे मन लगा कर पढ़ता रह.थोड़ी देर मे मैंने उसे कुछ assignment दे कर मैं चाय बनने kitchen मे चला गया.

मैं चाय लेकर जब kitchen से वापस अया तो मेरी नज़र उसकी क़मर पर पडी. उसने जेंस और short टॉप पहनी हुयी थी. वोह टेबल पर ज़ुकाकर लिखने के कारन पिछेसे उसका टॉप ऊपर उठ गया था.फीर मैं uasake बगल मे आ कर बैठ गया.मेरा पुरा ध्यान उसकी क़मर पर था.jeans के करण उसकी पेटी भी दिखायी दे रही थी.मैं काफी excite हो चूका था पर मैं अपने अपको रोक ने की कोशिश कर रह था.क्युकी वोह मेरे बॉस की बेटी थी और उमर मे भी छोटी थी.

फीर वोह मुज़ासे questions पूछने लगी.मैं उसको answers दे रह था पर मेरा ध्यान बार बार उसकी क़मर पर जा रह था.वोह काफी innocent थी. थोड़ी देर बाद वोह घर चली गयी.वोह जाने के बाद मुज़े कुछ samaz मे नही आ रह था.मेरे सामने उसका figure दिखायी दे रह था. मेरा लंड भी काफी खड़ा हो चूका था.मैं थोड़ी देर बेद पर आकर लेट गया.फीर मैं उठाकर बाथरूम मे गया और हाथ से हिलाकर अपने अपको ठंडा कर लीया.रात को मेरे बॉस का फ़ोन आया और मेरी तारीफ कर रह था. की मैंने उसकी बेटी को बहोत अछेसे पढाया.रात को मैं जब सोने के लीये गया तो मेरे wife के साथ सेक्स करते समय मुज़े उसका ही चेहरा नज़र आ रह था.मैंने मेरे wife को वोह समज्के चोद दीया. मुजे samaz मे नही आ रह था की मुज़े क्या हो रह है.रात भर मैं उसकी बारेमेही सोच रह था.

दुसरे दीन वोह फीर से आनेवाली थी,दुसरे दीन वोह जब आयी तो वोह सलवार पहने के अयी थी.मैंने थोड़ी देर उसको पढाया फीर वोह घर चली गयी.मेरी wife भी मेरे पढ़ाने की तारीफ कर रही थी. अगले वीक saturday को मैं उसका इंतज़ार कर रह था.जब वोह आयी तो उसने trouser और shrort टॉप पहन
रखी थी.उसका figure बहोत ही अच्छा था.फीर मैंने उसको पढना शुरू कीया पर मेरा ध्यान उसकी बदन को टटोलने मे ही था.थोड़ी देर वैसही टटोलता रह और फीर मैंने हिम्म्त कर के मेरा एक हाथ पीछे से
उसकी खुली क़मर पर रखा और उसे प्यार से हाथ घुमाते हुये पढ़ाने लगा.वोह भी काफी interest से पढ़ रही थी.धीरे धीरे मैंने अपना हाथ उसकी टॉप के उंदर घुसा दीया और उसकी पीठ पर घुमाने लगा.मैं
काफी excite हो चूका था और मेरी samaz मे नही आ रह था की मैं क्या कर रह हूँ.

थोड़ी देर मैं वैसे ही हाथ घुमा रह था ,उसकी ब्रा के उपरसे मैंने काफी देर तक हाथ घुमाया.वोह assignment solve कराने की कोशिश कर रही थी.मैंने धीरे से उसकी चहरे के तरफ देखा तो आंखें बंद कर कर धीरे से smile कर रही थी.जैसे की उसको मज़ा आ रह हो. फीर मेरी हिम्म्त थोड़ी बढ गयी और मेरा हाथ मैंने उसकी बूब्स के ऊपर से घुमाना शुरू क्या.वोह धीरे धीरे सिस्कीया लेने लगी. फीर मैंने उसका हाथ पकड़ कर मेरे पैंट के ऊपर से लंड पर रख दीया,उसने अचानक अपना हाथ मेरे से चुडा लीया.

पर उसने मुजे हाथ घुमाने से नही रोका.फीर मैंने उसकी ब्रा के हूक खोल दीये और उसकी tits के उपरसे हाथ घुमाने लगा.मुजे samaz मे आ गया की वोह अभी काफी excite हुयी है. मैंने धीरे से उसकी trouser की चेन खोल दी पर वोह मुजे हाथ डालने से रोक रही थी.पर भी मैंने जबर्दस्तिसे उंदर हाथ दल दीया और पेटी पर से उसकी चुत के साथ खेलने लगा.उसकी पेटी वेट हो चुकी थी. फीर से मैंने उसका हाथ पकड़ लीया
और मेरा लंड पैंट से बहार निकल कर हाथ मे थमा दीया.इसबार उसने कोई oppose नही कीया और मेरा लंड हाथ मे पकड़ लीया.अभीभी वोह नीचे देखते हुये धीरे से मुस्कुरा रही थी.ये सब ३० मिन. तक चल रह , पर इस बिच हमने ना नज़र मिलायी और ना बात की.सबकुछ silent ली चल रह था.

फीर मैंने उसकी तरफ देख कर उसको खड़ा रहने के लीये कहा.वोह मेरे तरफ पीठ कर कर मेरे सामने खादी हो गयी.मैंने उसको पिचचेसे पकड़ कर उसको चूमना शुरू कीया.फीर मैं चीर पर बैठ गया और
मैंने उसकी पैंट उतर दी.वोह अभी भी मेरे तरफ पीठ करके ही खडी थी.फीर मैंने उसकी butts को म्सलाना शुरू कीया .थोड़ी देर मे मैंने उसकी पेटी उतर दी वोह अभी सिर्फ shirt पहने हुई मेरे तरफ पीठ करके
खडी थी.फीर मैंने मेरी पैंट उतरकर अपने ताने हुये लंड को हाथ मे लीया और उसको उल्टा मेरे लप्स मे बिता कर लंड पिछेसे उसके जन्घो मे चुत के पास दाल दीया.वोह वैसे ही चुप चाप बैठ
गयी.मैं उसको टॉप ऊपर उठाकर पीठ पर चूसने लगा.दोनो हाथो से मैंने उसकी बूब्स पकड़ लीये थे.थोड़ी देर मे मैं उसको बेडरूम ले कर गया.उसको बेड पर बिठाकर उसकी बाजूमे खड़ा हो गया.

वोह अभीभी शर्म कर smile दे रही थी.उसने मुज़ासे कोई बात नही की नही उसने मन कीया.फीर मैं अपना लंड उसकी मुह के पास ले गया और उसको मुह मे लेने के लीये कहा.उसने सीर हिलाकर ना कहा.पर भी मैंने उसको फोर्स करके मेरा लंड चूसने के लीये मजबूर कर दीया.थोड़ी देर मे वोह सफ़ाई से suck कराने लगी.अब मैंने हाथ से उसकी चुत को सहलाना शुरू कीया.वो वेट थी.फीर मैंने उसको बेड पर लीटा कर
उसकी दोनो टंगे फैला दी .अब उसकी चुत पूरी तरह से दिखायी दे रही थी.फीर मैंने अपनी टौंग उसकी चुत मे दाल कर suck करना शुरू कीया.वोह excitment के कारण ज़तपताने लगी ,उसने मेरा सीर दोनो हथोमे पकड़ लीया था.

थोड़ी ही देर मे मेरा लंड पुरा तीघ्त हो चूका था.अब मैंने उसको छोड़ने की पोसिशन ले लीये.उसने मुज़े मन कीया .उसने कहा नही मैंने कभी कीया नही है और मुजे दर्द होगा.मैंने उसको
समाजा बुज़ाकार अपना लंड जबरदस्ती चुत मे दाल दीया.वोह जोर से चिल्याई.उसको काफी दर्द हुवा था और थोडा खून भी बहार आया था.पर मुजे कुछ सुज़ नही रह था.मैं उसकी ऊपर टूट पड़ा था.थोड़ी
देर मे उसने अपने दोनो हाथोसे मेरी क़मर पकड़ ली और मुज़े जोर जोर से खीच ने लगी.अब मेरी भी स्पीड बढ चुकी थी.अब मुज़े samaz आ गया था की अब उसको भी मज़ा आ रह है.

फीर मेरे लंड जवाब देने मे अया तो मैंने उसे बहार निकल कर अपना Liquid उसकी क़मर पर दाल दीया.वोह एकदम satisfied हुयी थी.फीर मैंने उसको उठाकर बाथरूम मे भेज दीया.बेड की चादर मैंने ग़ायब कर दी और दुसरी दाल दी.थोड़ी देर मे वोह फ्रेश हो कर कपडे पहन कर आ गयी.वोह फिर घर जाने निकली.मैंने उससे बात कराने की कोशिश की पर उसने मुज़ासे कोई बात नही की.उसकी जाने के बाद मुज़े थोडा दर लगाने लगा.शायद वोह कीसी को बता दे.

Next day वोह क्लास को नही आयी तो मैं और डर गया था.ऑफिस मे बॉस का behaviour मेरे साथ नॉर्मल था तो थोडा टेंशन कम हुवा.इसी बिच मुज़े उसका कोई फ़ोन नही आया.

उस वीक saturday मेरी wife ऑफिस मे जाने के बाद मैं कंप्यूटर पर बैठ कर अपना काम कर रह था.अचानक दूर बेल बजी.मैंने दवाजा खोला तो सामने वोह खादी थी.उसने शरमाते हुये smile दी और उंदर आ गयी. मैंने
उंदर से दूर बंद करके उसकी तरफ देखा तो वोह मुज़े आकार लिपट गयी.आज मैं उसको डायरेक्ट बेडरूम ले कर गया

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