Tuesday, May 5, 2009

बहुत सेक्सी हो तुम

बहुत सेक्सी हो तुम, बहुत सेक्सी हो तुम!
कभी मैं जो कह दूं मोहब्बत है तुम से और तुम्हारी चूत से और नंगी छाती से!
तो मुझको खुदारा गलत मत समझना !
के मेरी जरुरत हो तुम, बहुत सेक्सी हो तुम !
है सेक्स की डाली, ये बाहें तुम्हारी !है खामोश जादू निगाहें तुम्हारी !
तुम्हारी छाती नंगी को अपनी बाँहों भर लूं !
चूसूं मैं आग से भी ज्यादा और स्वादिष्ट गरम चूत और गरम छाती इनसे तुम्हारी !
लंड मेरा ही चूत में डलवाना !
मेरे लंड और दिल को ठंडक पहुंचाना और किसी से मत छुवाना चूत अपनीके मेरी ही अमानत हो तुम !
बहुत सेक्सी हो तुम !
है चूत तुम्हारी का रंग जैसे सुनहरा सुनहरा !
और उस पर ये काली गरम और सेक्सी छोटी जुल्फों का पेहरा !
वीर्य की खुशबू से नाजु़क महकता बदन है !
ये लब है तुम्हारा के खिलता चमन है !
बिखेरो जो जु़ल्फ़ें तुम्हारी चूत की तो खड़े हो जाये मेरे लंड के बादल !
ये ताहिर भी देखे तो हो जाये पागल !वो सेक्सी मुरत हो तुम !
बहुत सेक्सी हो तुम !........

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